Wednesday, December 16, 2020

ना जाने क्यों ?

 आज फिर ना जाने क्यों Pagel तेरी हद से ज्यादा याद आ रही है, वो पल जो तुम कभी मुझे हँसाते थे, कभी तुम मुझे रुलाते थे, कभी मुझे सताते होकभी तुम पास आते थे,तो कभी दूर जाते थे आखिर क्यों मुझसे इतना सताते हो ??????????

क्या पागलतुम्हे पता है
मेरा ये मन तेरे बिना एक पल भी नहीं लगता
,
तेरे बिना ये दुनिया भी अच्छी नहीं लगती
न जाने क्यों मैं तुम्हारी इतनी Respect करती हूँ |
ना जाने तुम से बात करके मुझे बहुत अच्छा महसूस होता है
मै अपने सारे गम (दुःख और दर्द) भूल जाती हूँ |
“daffer” एक बात याद रखना,
मैं तेरा Attitude Or ignore करना सहन नहीं करुगी चाहे,
मांग  लेना जान मीठी -२ बाते करके
ज़िन्दगी  के हर साँस तेरे नाम कर दुगी

  okkkkkkk You are special in my life

 

अगर आपको Anu Mehta's Dairy हमारी पोस्ट पसंद आई है तो आप कमेंट करके बता सकते है आप हमारी पोस्ट अपने दोस्तों से भी शेयर कर सकते है और शेयर करके अपने दोस्तों को भी इसके बारे में बता सकते है | हम फिर नई कविता लेकर हाज़िर होंगे तब तक के लिए नमस्कार दोस्तों ! आपका दिन मंगलमय हो |

No comments:

Anu Mehta's Diary

मै माँ हूँ ( I am Mother)

  मै माँ हूँ मैं बेहतर से जानती हूँ मेरा नाम अनु मेहता हूं ,  मैं भी के माँ हूँ मेरी बेटी भी  15  महीने की है …. कोविड -19  ( कोरोना वायरस )...