Friday, January 22, 2021

कुछ कमी रह गई

सोचती हूँ मैं शायद मुझ में ही कुछ कमी रह गई होगी

या फिर जैसे मैंने सोचा था वैसे आप नहीं निकले,

नहीं समझ पाई तो समझा दिया होता,

या फिर जितना समझ पाया वो उतना काफी ना था,

शिकायत थी आपको मेरे से तो मुझे बताया क्यों नहीं,

 

या फिर आपको दूर जाने का बहाना

या फिर आप कान के कच्चे थे, जो दूसरों की बातों में आ गऐ........

अगर सच आप दूसरों की बातों में नहीं आए या फिर

आपके प्यार के आगे हमारी दोस्ती छोटी हो गई……

5/6 सालो में साथ में काम करते मुझे समझ नहीं पाए या फिर

जो आप मेरी जितनी इज्जत करते थे वो दिखावा है औरो की तरह,

या फिर मैंने ही आपको समझने में गलती कर दी…..

सोचती हूँ मैं शायद मुझ में ही कुछ कमी रह गई होगी

 

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