दोस्ती (Friendship)
एक अनमोल
रिश्ता है, इस दुनिया में इस
रिश्ते से दूजा कोई और रिश्ता नहीं है। मनुष्य अपने सम्पूर्ण जीवन
में कई रिश्ते निभाता है, लेकिन दोस्ती एक ऐसा
रिश्ता है जो हर रिश्ते की नीव है।
एक पिता का रिश्ता अपने बच्चों से हो, एक माँ का रिश्ता अपने
बच्चों से हो या किसी अन्य मनुष्य का मनुष्य से हो, दोस्ती हर रिश्ते में
शामिल होती है, तब ही तो हर
रिश्ता कायम होता है। ये रिश्ता अटूट विश्वास और प्रेम से
आता है। दोस्ती की परिभाषा हर व्यक्ति के जीवन को परिभाषित करती
है। दुनिया में शायद ही ऐसा कोई शख्स हो जिसका कोई दोस्त न हो। दोस्त की
भूमिका को समझने हेतु Shivu ने अपने दोस्त Rohit के लिए एक कविता dedicate की है........
Rohit मेरे यार, मेरे भाई!
तेरी मेरी दोस्ती को किसी की बुरी नज़र न लगे,
तेरी दोस्ती मुझे जान से भी ज्यादा है प्यारी,
तेरा साथ रहूं तो लगे जैसे सारी खुशियाँ है हमारी,
तेरी हंसी(smile) के लिए मेरे दोस्त, मेरे भाई !
तुम जो बोलो मैं कुछ भी कर सकता हूँ
तुम बोलो कि shivu आसमान से चांद तारे तोड लाओ,
पर मेरे दोस्त, मेरे भाई मेरे से ये न हो पाएगा,
क्योंकि चांद- तारे तोड़ लाना मेरे बस का नही हैं,
पर हां मेरे दोस्त, हर मोड़ पे मैं तेरा साथ दूँगा, हर दुख-सुख में साथ रहूँगा, कभी आजमा के देखना.मेरे भाई, मेरे दोस्त, तेरी मेरी दोस्ती ❤ और इज्जत मे कभी कमी नही होने दूंगा बस तुम हमेशा मेरे साथ रहना…….
क्योंकि तेरी खुशियाँ से ही है ये दुनियाँ
हमारी,
तुम कह दे तो
हवाओं का रुख मोड़ दूँ,
तुम कह दे तो
तूफानों को भी रोक दूँ।
तुझ पर तो
कुर्बान है ये जान हमारी है।
तेरा हर ख्वाब
पूरा करने को मैं पूरी ज़िंदगी बिता
दूँ।
दिल कहता है
तेरी जिंदगी को जन्नत बना दूँ,
तुम्हारे लिए ही बनी ये दोस्ती हमारी है।
तुम हो नही तो कुछ भी नही।
तुम से ही शुरू तुम से ही खत्म,
ये जिंदगी हमारी है। अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आई है तो आप कमेंट करके बता सकते है आप हमारी पोस्ट अपने दोस्तों से भी शेयर कर सकते है और शेयर करके अपने दोस्तों को भी इसके बारे में बता सकते है | हम फिर नई कविता लेकर हाज़िर होंगे तब तक के लिए नमस्कार दोस्तों ! आपका दिन मंगलमय हो |
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