Monday, November 23, 2020

यादें

                                                चाहे तुम कभी मुझे से बात मत करना,

पर हो सके तो बस Whatsapp Pe Message लिखना,
चाहे कुछ भी लिखना जैसे उम्मीदें, आशाएं और मुस्कुराहटें,
या फिर कुछ दर्द, कुछ शिकवे, बेशक अपने आंसू भी तुम लिखना पर अपनी यादें मत लिखना,
कुछ अपने सपनों को लिखना,
अपनों का दर्द, या फिर अपनों का प्यार लिखना, मौसम की करवटें
और जिंदगी में फैले रंगों को भी लिखना…
पर अपनी यादें मत लिखना

चाहे अपने इर्द-गिर्द की घटनाएं,
या फिर अपने पापा की डांट, या माँ का प्यार लिखना,
पर हो सके तो अपनी यादें मत लिखना……….
चाहे भाई- बहनों का दुलार,
या फिर अपनी भाभी के चेहरे की मुस्कान लिखना
पर हो सके तो अपनी यादें मत लिखना……….
मैं जानती हूँ तुम पढ़कर मेरे पे हंसोगे और बोलेंगे
“पागल”
चाहे तुम कुछ भी बोलना/ सोचना पर हमारे बीते पलों को अपनी यादें में
मत लिखना………

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