Friday, December 11, 2020

Anjali Attri

 मुबारक हो 💓👭

मुबारक हो आप को समा ये सुहाना, मैं खुश हूँ मेरे आसूओं पे ना जाना, मैं तो पगली सी हूँ,

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Anjali Attri ज़िन्दगी एक रंगीन किताब के जैसी है

इस रंगीन किताब के हर पन्ने अपनी अच्छे यादे बनाना,

इस ज़िन्दगी में बहुत उतार-चढ़ाव आयेंगे और जायेगे,

हजारों तरह के होते हैं ये इन्सान, अब आप ही पहचाना होगा

कौन मेरा अपना है और पराया…

ऐसा ही हजारों तरह के ये होते हैं आँसू

अगर दिल में ग़म हो तो रोते हैं आँसू

खुशी में भी आँखे भीगते हैं आँसू

इन्हे जान सकता नहीं ये ज़माना………….

Anju मुबारक हो आपको समा ये सुहाना

मेरी बातों को दिल से मत लगाना I Love You So Much.....

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1 comment:

Anonymous said...

Very good collection of poem. I like the poems and so do I write. If I have to
include my creation in your list of amazing poems

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